मैट्रो - आज तक
कुछ समय पहले मैंने दिल्ली मैट्रो पर एक लेख लिखा था ।
मैट्रो में प्लेटफार्म पर जाने के लिए बैरियर पर लगी स्क्रीन पर अपना टिकिट दिखाना पड़ता है ।
स्क्रीन टिकिट को पढ़ कर गेट खोल देती है । अब किसी को पास चाहिए तो वो क्या करे ।
एक बड़ी टिकिट खरीदे जो धीरे धीरे खत्म होती जाए । नहीं ।
अभी हाल ही में एक और सुखद समाचार मिले ।
आप एक कार्ड, क्रैडिट कार्ड जैसा, खरीद सकते हैं जिसमें कुछ चार्ज रहता है । जैसे जैसे यात्रा करें चार्ज राशि अपने आप घटती है जैसा मोबाइल में होता है । बस आप कार्ड को बैरियर पर दिखा दें । खास बात है कि कार्ड कपड़ों या पर्स में से भी काम करता है । स्त्रियों के लिए कितनी सुविधा - बस पर्स आगे किया और प्रवेश पाया । री-चार्ज करने पर 50 की छूट ।
क्या पता आगे ये आपके मोबाइल से जुड़ जाए, बस मोबाइल दिखाओ और प्रवेश पाओ ।
और अपने आप मोबाइल के बिल में टिकिट किराया आ जाएगा । कोई नगद का झंझट ही नहीं ।
और कोई पहले से टिकिट खरीदने जी जरूरत भी नहीं ।
सुरक्षा की द्रष्टि से बहुत उत्तम है क्योंकि पता किया जा सकता है कि कौन जा रहा है ।
मैट्रो में प्लेटफार्म पर जाने के लिए बैरियर पर लगी स्क्रीन पर अपना टिकिट दिखाना पड़ता है ।
स्क्रीन टिकिट को पढ़ कर गेट खोल देती है । अब किसी को पास चाहिए तो वो क्या करे ।
एक बड़ी टिकिट खरीदे जो धीरे धीरे खत्म होती जाए । नहीं ।
अभी हाल ही में एक और सुखद समाचार मिले ।
आप एक कार्ड, क्रैडिट कार्ड जैसा, खरीद सकते हैं जिसमें कुछ चार्ज रहता है । जैसे जैसे यात्रा करें चार्ज राशि अपने आप घटती है जैसा मोबाइल में होता है । बस आप कार्ड को बैरियर पर दिखा दें । खास बात है कि कार्ड कपड़ों या पर्स में से भी काम करता है । स्त्रियों के लिए कितनी सुविधा - बस पर्स आगे किया और प्रवेश पाया । री-चार्ज करने पर 50 की छूट ।
क्या पता आगे ये आपके मोबाइल से जुड़ जाए, बस मोबाइल दिखाओ और प्रवेश पाओ ।
और अपने आप मोबाइल के बिल में टिकिट किराया आ जाएगा । कोई नगद का झंझट ही नहीं ।
और कोई पहले से टिकिट खरीदने जी जरूरत भी नहीं ।
सुरक्षा की द्रष्टि से बहुत उत्तम है क्योंकि पता किया जा सकता है कि कौन जा रहा है ।
1 Comments:
At 10:20 am, आलोक said…
पता किया जा सकता है कि कौन जा रहा है ।
उत्तम है या निजी ज़िन्दगी में दखल है?
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