नया वर्ष
मित्रों,
नये वर्ष के अवसर पर कुछ उर्दू शायरी पेश है । ये खुशवंत सिंह की आत्मकथा से ली गई हैं ।
मेरा प्रयास तो इन्हें एक जगह पर इकट्ठा करने का रहा है ।
पैदा हुए वकील तो इबलीस ने कहा
अल्लाह ने मुझे साहिबे औलाद कर दिया ।
( The Day a lawyer was born, Satan Exulted,
Allah has blessed me with progeny of my own )
जहाँ में अहले अमन सूरते खुर्शीद जीते हैं
ईधर डूबे उधर निकले, उधर डूबे इधर निकले ।
( In this world, men of faith and self confidence are like the Sun,
They go down on one side to come up on the other )
वो वक्त भी देखा तरीख की घड़ियों ने
लम्हों ने खता की थी
सदियों ने सजा पाई ।
मुल्ला गर असर है दुआ में
तो मस्जिद हिला के दिखा
गर नहीं, तो दो घूँट पी
और मस्जिद को हिलता देख ।
सरसरी नजर मारी जहान अन्दर
जिन्दगी वर्ग उठहाल्या मैं
दामन कोई न मिलिया रफीक मैंनूँ
मार कफन दे बुकाल ते चलिया मैं ।
( I give a cursory glance at the world
I turned a few pages of the book of my life
I Daaman could find no companion - so
I fling my shroud over my shoulders
And I go )
ढूँढता फिरता हूँ, मैं, ए इकबाल, अपने आप को
आप ही गोया मुसाफिर, आप ही मंजिल हूँ मैं ।
तू दिल में आता है
समझ में नहीं आता
बस जान गया तेरी पहचान यही है ।
सुने हिकायते हस्ती तो दर्मियाँ से सुने
ना ईब्तिदा की खबर है, ना ईंतहाँ मालूम ।
( All we have heard of the story of life is its middle
We know not its beginning,
We know not its end )
खुदा तुझे किसी तूफान से आशना कर दे
कि तेरे बेहर की मौजौं में इजतिराब नहीं
( May GOD bring storm into our life
There is no agitation on the waves of your life's ocean )
रौ में है रक्स और उमर
कहाँ देखिए थमें
ना हाथ बाग में है
ना पाँव नक्काली में
( My life runs at a galloping pace
who knows where it will come to a stop
The reins are not in my hands
my feet are not in the stirrups )
निशाने मर्दे मोमिन बा तू गोयम
चून मार्ग आयद, तबस्सुम बर लबे ओस्त
( You ask me for the signs of a man of faith
When death comes to him
He has a smile on his lips )
नया वर्ष आप सब को मुबारक हो ।।
नये वर्ष के अवसर पर कुछ उर्दू शायरी पेश है । ये खुशवंत सिंह की आत्मकथा से ली गई हैं ।
मेरा प्रयास तो इन्हें एक जगह पर इकट्ठा करने का रहा है ।
पैदा हुए वकील तो इबलीस ने कहा
अल्लाह ने मुझे साहिबे औलाद कर दिया ।
( The Day a lawyer was born, Satan Exulted,
Allah has blessed me with progeny of my own )
जहाँ में अहले अमन सूरते खुर्शीद जीते हैं
ईधर डूबे उधर निकले, उधर डूबे इधर निकले ।
( In this world, men of faith and self confidence are like the Sun,
They go down on one side to come up on the other )
वो वक्त भी देखा तरीख की घड़ियों ने
लम्हों ने खता की थी
सदियों ने सजा पाई ।
मुल्ला गर असर है दुआ में
तो मस्जिद हिला के दिखा
गर नहीं, तो दो घूँट पी
और मस्जिद को हिलता देख ।
सरसरी नजर मारी जहान अन्दर
जिन्दगी वर्ग उठहाल्या मैं
दामन कोई न मिलिया रफीक मैंनूँ
मार कफन दे बुकाल ते चलिया मैं ।
( I give a cursory glance at the world
I turned a few pages of the book of my life
I Daaman could find no companion - so
I fling my shroud over my shoulders
And I go )
ढूँढता फिरता हूँ, मैं, ए इकबाल, अपने आप को
आप ही गोया मुसाफिर, आप ही मंजिल हूँ मैं ।
तू दिल में आता है
समझ में नहीं आता
बस जान गया तेरी पहचान यही है ।
सुने हिकायते हस्ती तो दर्मियाँ से सुने
ना ईब्तिदा की खबर है, ना ईंतहाँ मालूम ।
( All we have heard of the story of life is its middle
We know not its beginning,
We know not its end )
खुदा तुझे किसी तूफान से आशना कर दे
कि तेरे बेहर की मौजौं में इजतिराब नहीं
( May GOD bring storm into our life
There is no agitation on the waves of your life's ocean )
रौ में है रक्स और उमर
कहाँ देखिए थमें
ना हाथ बाग में है
ना पाँव नक्काली में
( My life runs at a galloping pace
who knows where it will come to a stop
The reins are not in my hands
my feet are not in the stirrups )
निशाने मर्दे मोमिन बा तू गोयम
चून मार्ग आयद, तबस्सुम बर लबे ओस्त
( You ask me for the signs of a man of faith
When death comes to him
He has a smile on his lips )
नया वर्ष आप सब को मुबारक हो ।।
2 Comments:
At 12:58 am, ePandit said…
वाह ! अच्छा संकलन किया आपने।
नववर्ष बहुत-बहुत मुबारक आशीष जी।
At 11:28 am, आशीष कुमार 'अंशु' said…
Shyari ke chahane wale lagate hai..................
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